उत्तराखंड: संपत्ति विवाद में भतीजे ने की चाचा की हत्या, फांसी लगाने की बनाई झूठी कहानी

 उत्तराखंड: संपत्ति विवाद में भतीजे ने की चाचा की हत्या, फांसी लगाने की बनाई झूठी कहानी

हरिद्वार। जमीनी विवाद ने रिश्तों की सारी मर्यादाएं ध्वस्त हो गईं और अपनों के हाथ ही खून से सन गए। जमीन की रार हिंसा में बदल गई और अपना ही खून अपने ही खून का दुश्मन बन बैठा। यहां तक की हत्या को आत्महत्या दिखाने की कोशिश की गई। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भतीजे की पूरी कारस्तानी की परत दर परत खोल दी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल के निर्देश पर की गई गहन जांच में चाचा-भतीजे के रिश्ते को कलंकित करने वाली वारदात उजागर हुई। थाना पथरी के ग्राम धारीवाला से 2 दिसंबर की रात 112 पर सूचना मिली कि सुरेश (42) पुत्र सुखबीर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। पुलिस मौके पर पहुंची तो शव कमरे के फर्श पर पड़ा मिला। स्वजन इसे आत्महत्या बता रहे थे, लेकिन मृतक के गले पर मिले स्पष्ट स्ट्रैंगुलेशन मार्क्स ने पुलिस को शक में डाल दिया। फॉरेंसिक टीम बुलाई गई और शव पोस्टमार्टम को भेजा गया।

3 दिसंबर को आई रिपोर्ट ने बड़ा खुलासा किया। मौत का कारण फांसी नहीं, बल्कि गला घोंटकर हत्या था। परिवार ने तहरीर तक नहीं दी। फेरूपुर पुलिस चौकी ने रिपोर्ट पर अज्ञात में मुकदमा पंजीकृत कर किया गया। साथ ही टीम खुलासे में जुटी। जांच के दौरान पुलिस की नजर उसी व्यक्ति पर टिक गई, जो सबसे अधिक फांसी की कहानी दोहरा रहा था। वह था मृतक का भतीजा सुनील। वैज्ञानिक तथ्यों और मैन्युअल पूछताछ के दबाव में वह टूट गया। उसने कबूला कि चाचा शराब पीकर उसे रोज गाली देते थे और जमीन बेचने की बात करते थे।

गुस्से में उसने 1 दिसंबर की रात चुन्नी से उनका गला घोंट दिया। बाद में मौत को आत्महत्या दिखाने के लिए शरीर लटकाने की कोशिश की, जो असफल रही। पथरी पुलिस ने 48 घंटे भीतर हत्या का पर्दाफाश करते हुए आरोपित सुनील पुत्र मेघपाल को गिरफ्तार कर लिया। हत्या में प्रयुक्त चुन्नी भी उसकी निशानदेही पर बरामद की गई।

Khabri Bhula

Related post