Kanwar Yatra: कांवड़ यात्रा संपन्न, साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा कांवड़ियों ने भरा गंगाजल
हरिद्वार। उत्तराखंड में कांवड़ मेले का समापन हो गया है। इस बार करीब चार करोड़ श्रद्धालु गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचे थे। यह पहला मौका था जब इतनी बड़ी संख्या में कांवड़ियों ने कांवड़ मेले में शिरकत की वहीं दो साल कोरोना संक्रमण के बाद सरकार को इस बार का इल्म था कि इतनी बड़ी तादाद में कांवड़िया हरिद्वार पहुंचेंगे।
गुरु पूर्णिमा के एक दिन बाद शुरू हुई श्रावण मास की कांवड़ यात्रा मंगलवार को शिवरात्रि को जलाभिषेक के साथ संपन्न हो गई। मंगलवार को भी 30 लाख शिवभक्तों ने गंगाजल उठाया और अपने प्रदेशों के लिए रवाना हुए। 13 दिनों तक चली कांवड़ यात्रा के दौरान तीन करोड़ 80 लाख 70 हजार कांवड़ियों ने गंगाजल उठाया।
इस बार पड़ोसी राज्य यूपी दिल्ली हरियाणा और राजस्थान से भी कांवड़िया उत्तराखंड पहुंचे। 21 तारीख से कांवड़ यात्रा अपने पूरे शबाब पर पहुंच गई थी। आलम ये था कि हरिद्वार में 23 जुलाई से इस कदर भीड़ हो गई थी कि यहां कदम रखना भी मुश्किल हो गया। एक अनुमान के मुताबिक, तीन करोड़ 40 लाख कांवडिया बीते 5 दिनों में हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने गंतव्य के लिए निकले। एक अनुमान के मुताबिक इस साल हरिद्वार में 10 दिनों के अंदर करीब 4 करोड़ कांवड़िए पहुंचे थे। जिनकी वजह से यहाँ करीब 4 हजार रुपए का कारोबार हुआ।
मंगलवार को कांवड़ यात्रा सकुशल संपन्न हो गई। इससे प्रशासन और पुलिस ने बड़ी राहत की सांस ली। बुधवार से बाहरी जिलों से मेला ड्यूटी पर आई पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों की रवानगी शुरू हो जाएगी।