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अजय भट्ट ने गोद लिया जंगलियागांव

करेंगे गांव का कायाकल्प
- सांसद ने अफसरों से कहा, जंगलियागांव का सर्वे कर मूलभूत सुविधाओं की स्थिति के बारे में बतायें
- संसद सत्र खत्म होने के बाद वह गांव में जनता दरबार लगाकर सुलझायेंगे ग्रामीणों की समस्यायें
भीमताल (नैनीताल)। नैनीताल से करीब 23 किमी दूर बसे जंगलियागांव को सांसद अजय भट्ट ने गोद ले लिया है। सांसद ने जिला स्तरीय अधिकारियों को जंगलियागांव का सर्वे कर मूलभूत सुविधाओं की स्थिति के बारे में उन्हें अवगत कराने को कहा है, ताकि संसद सत्र खत्म होने के बाद वह जंगलिया गांव में जनता दरबार लगाकर ग्रामीणों की समस्याओं को हल कर सके।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हर एक सांसद को पांच साल में पांच गांव गोद लेने का आह्वान किया गया है। इसी के तहत सांसद भट्ट ने जंगलियागांव को गोद लेकर गांव की समस्याओं का निराकरण करने की बात कही है। भट्ट ने बताया कि जंगलियागांव को उन्होंने गोद लिया है। गांव में सड़क, पानी, शिक्षा, बिजली, कृषि और इंटरनेट कनेक्टिविटी समेत मूलभूत सुविधाएं दिलाने के साथ ही जंगलियागांव का कायाकल्प किया जाएगा।
इस बारे में नैनीताल के डीएम सविन बंसल ने बताया कि 13 नवंबर को भीमताल में हुई दिशा की बैठक में सांसद अजय भट्ट ने जंगलियागांव को गोद लेने का फैसला लिया था। इस बाबत जिला प्रशासन को लिखित में जानकारी मिल गई है। गांव की समस्याएं जानने के लिए जल्द ही विभागीय अधिकारियों की टीम को गांव में भेजा जाएगा।विधायक राम सिंह कैड़ा ने कहा कि सांसद भट्ट ने जंगलियागांव को गोद लेकर अच्छी पहल की है। दूरस्थ जंगलियागांव को गोद लेने से वहां की मूलभूत समस्याएं दूर हो पाएंगी। गांव के विकास में वह खुद भी सांसद के साथ खड़े है।
ब्लॉक प्रमुख भीमताल डॉ. हरीश बिष्ट ने कहा कि भट्ट द्वारा जंगलियागांव को गोद लेने से ग्रामीणों को अब मूलभूत सुविधाएं मिलने की उम्मीद है। जंगलियागांव को गोद लेने का निर्णय बेहद सराहनीय है।
जंगलियागांव की प्रधान राधा कुल्याल और जिला पंचायत सदस्य अनिल चनौतिया का कहना है कि यहां ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है, लेकिन सांसद द्वारा गांव को गोद लेने से अब ग्रामीणों को सुविधाओं का लाभ मिलने की उम्मीद बढ़ी है। जंगलियागांव के ग्रामीणों के लिए बहुत बड़ी बात है कि सांसद ने जिले में उनके गांव को गोद लिया। अब हमारे गांव की तस्वीर जरूर बदलेगी।