उत्तराखंड : घास लेने गई महिला पर गुलदार ने किया हमला, साहसी महिला के आगे गुलदार भागने पर मजबूर
हल्द्वानी। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में साल-दर-साल जंगली जानवरों का आंतक कम होने के बजाए बढ़ता ही जा रहा है। इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राज्य के पर्वतीय इलाकों में गुलदार और जंगली जानवरों के हमले से 60 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है जबकि कई लोगों को जानवर घायल कर चुके हैं। इन जावरों में गुलदार यानी तेंदुओं और भालुओं का ही आतंक ज़्यादा रहा है। गुलदार के आतंक का ताजा मामला हल्द्वानी के दमुआढूंगा से सामने आया है, जहां जंगल में घास लेने गई एक महिला पर घात लगाए गुलदार ने हमला कर दिया। लेकिन साहसी महिला ने गुलदार पर दराती से वार कर अपनी जान बचाई।
दरअसल, रविवार को शिवपुरी क्षेत्र की लीला लटवाल दिन के समय जंगल में घास लेने गई थी। जिसपर गुलदार ने अचानक हमला किया और महिला को सिर से पकड़कर घसीटते हुए ले गया। लेकिन महिला ने हिम्मत नहीं हारी और गुलदार पर हाथ में रखी दराती से पलटवार किया। घायल लीला लहूलुहान होने के बाद भी लगातार गुलदार पर पत्थरों से भी हमला किया। जिसके बाद गुलदार को अपनी ही जान बचानी पड़ी और गुलदार भाग खड़ा हुआ। जिसके बाद लीला ने साथ आई महिलाओं को आवाज लगानी शुरू कर दी। साथ आईं महिलाओ ने घायल लीलला को पकड़कर सड़क तक लाईं। जिसके बाद उनको अस्पताल ले जाया गया। मिली जानकारी के मुताबिक महिला के सिर पर 40 टांके आये है। लेकिन वह पूरी खतरे से बाहर हैं। बता दें कि इस क्षेत्र में गुलदार को काफी बार देखा गया है। बाघ और गुलदार के आतंक से क्षेत्रीय जनता परेशान हैं। स्थानीय लोगों ने शासन और जिला प्रशासन से आदमखोरों से छुटकारा पाने के लिए उचित कार्रवाई की मांग की है।