उत्तराखंड : सुस्त गति से चल रहा वैक्सीनेशन अभियान
देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने 31 दिसंबर तक प्रदेश में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना रोधी टीके की दोनों खुराक लगाने का लक्ष्य रखा है। इस समय सीमा के पूरा होने में अब 11 दिन शेष रह गए हैं। अगर तय समय के भीतर शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करना है तो रोजाना वैक्सीन की 3.71 लाख खुराक लगाना जरूरी है। हालांकि, टीकाकरण की मौजूदा रफ्तार को देखते हुए यह लक्ष्य पूरा होता नजर नहीं आ रहा। टीकाकरण की रफ्तार सुस्त होने से लक्ष्य हासिल करना प्रतिदिन मुश्किल होता जा रहा है।
राज्य में टीकाकरण की स्थिति का विश्लेषण कर रही एसडीसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने बताया कि समय के साथ टीकाकरण का दैनिक लक्ष्य बढ़ रहा है। उसके मुकाबले वैक्सीनेशन बहुत कम हो रहा है। दैनिक लक्ष्य तीन लाख पार कर गया है। इस साल लक्ष्य पूरा करना है तो वर्तमान से चार गुना तेजी से वैक्सीनेशन करना होगा। वरना लक्ष्य समय से पूरा होना मुश्किल है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में कोविड वैक्सीन की जरूरत वाले 18 से 44 वर्ष के लोगों की कुल संख्या 49,34,219 है और 45 वर्ष से ज्यादा उम्र के 27,95,247 लोग हैं। कुल 77,29,466 लोगों का वैक्सीनेशन किया जाना है। हर व्यक्ति को दो डोज के हिसाब में राज्य में वैक्सीन की कुल 1,54,58,932 डोज दी जानी हैं। लेकिन 19 दिसंबर तक राज्य में केवल 3898342 लोगों को दोनों डोज लग पाई है। जबकि 7478017 को एक डोज लगी है। राज्य में 1,54,58,932 डोज में से अब तक वैक्सीन की केवल 11376359 डोज लगायी जा चुकी हैं। यानी अभी 4082473 डोज लगायी जानी है। 31 दिसंबर तक लक्ष्य पूरा करने के लिहाज से देखें तो प्रतिदिन 3.71 लाख वैक्सीन लगनी जरूरी हैं। लेकिन प्रतिदिन वैक्सीनेशन अधिकतम 80 हजार से ऊपर नहीं बढ़ रहा है। ऐसे में इस साल इस लक्ष्य का पूरा होना मुश्किल ही लग रहा है। डीजी हेल्थ डॉ. तृप्ति बहुगुणा का कहना है कि विभाग की लगातार कोशिश है कि वैक्सीनेशन तेज किया जाए। इसके लिए बकायदा मोबाइल टीमें भी बनाई गई हैं। दिसंबर अंत तक लक्ष्य को पूरा करने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं।