एक दिन में 2040 तीर्थयात्रियों ने किए बद्री विशाल के दर्शन
देहरादून। चारधामों में से गंगोत्री धाम, केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो चुके हैं। इसी के साथ ही 15 नवंबर से बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। बता दें कि 20 नवंबर को धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। और इसी के साथ ही चारधाम यात्रा भी संपन्न हो जाएगी। कपाट बंद होने की तारीख की घोषणा के बाद इन दिनों बदरीनाथ धाम में भारी संख्या में तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। बुधवार को 2040 तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट बंद हो गए हैं। अब बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया भी एक सप्ताह बाद शुरू हो जाएगी। चारधाम यात्रा देर से शुरू होने के बावजूद भी देश-विदेश से चारधाम आने वाले तीर्थ यात्रियों की खासी भीड़ रही। चारों धामों में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड चार लाख के पार पहुंची। इनमें दो लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने अकेले ही केदारनाथ धाम में दर्शन किए हैं। बता दें कि छह नवंबर को केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो गए हैं, जबकि पांच नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट भी बंद किए जा चुके हैं। इसी के साथ बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। चारधामों में से गंगोत्री धाम, केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो चुके हैं। इसी के साथ ही 15 नवंबर से बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। बता दें कि 20 नवंबर को धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। और इसी के साथ ही चारधाम यात्रा भी संपन्न हो जाएगी। कपाट बंद होने की तारीख की घोषणा के बाद इन दिनों बदरीनाथ धाम में भारी संख्या में तीर्थयात्रियों की भीड़ उमड़ रही है। बुधवार को 2040 तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट बंद हो गए हैं। अब बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया भी एक सप्ताह बाद शुरू हो जाएगी।
चारधाम यात्रा देर से शुरू होने के बावजूद भी देश-विदेश से चारधाम आने वाले तीर्थ यात्रियों की खासी भीड़ रही। चारों धामों में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड चार लाख के पार पहुंची। इनमें दो लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों ने अकेले ही केदारनाथ धाम में दर्शन किए हैं। बता दें कि छह नवंबर को केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो गए हैं, जबकि पांच नवंबर को गंगोत्री धाम के कपाट भी बंद किए जा चुके हैं। इसी के साथ बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।