रुद्रप्रयाग : एयरफोर्स ने किया फंसे ट्रैकर्स का सुरक्षित रेस्क्यू
रुद्रप्रयाग। मदमहेश्वर-पांडव सेरा ट्रैक पर फंसे सभी ट्रैकर्स व पोर्टर को सुरक्षित निकाल लिया गया है। आज सोमवार सुबह एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टरों के माध्यम से साढ़े पांच बजे रेस्क्यू अभियान शुरू किया। जिसके बाद सात बजे सभी ट्रेकर्स को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।
बता दें कि द्वितीय केदार मद्महेश्वर से पांडव सेरा ट्रैक पर गए चार ट्रैकर फंस गए थे। ट्रैकर्स के साथ रांसी गांव के तीन पोर्टर (कुली) भी थे। एसडीआरएफ की टीम का ट्रैकर्स से संपर्क हो गया था, लेकिन खराब मौसम के कारण रविवार को ट्रैकर तक टीम नहीं पहुंच पा रही थी। गौरतलब हो कि 28 मई को एसडीआरएफ टीम को जिला नियंत्रण कक्ष रुद्रप्रयाग से एक सूचना मिली थी कि 7 ट्रेकर्स पांडव शेरा ट्रेक पर ट्रेकिंग के दौरान लापता हो गए। जिनके पास भोजन और पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। इसकी सूचना मिलते ही उप महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने तत्काल रेस्क्यू अभियान के लिए नागरिक उड्डयन विभाग से चॉपर की व्यवस्था की और त्वरित रेस्क्यू के लिए भेजा। वहीं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को राहत व बचाव की जिम्मेदारी दी गई थी।
आज सुबह मौसम साफ होने पर एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टरों से रेस्क्यू चलाया गया और सभी ट्रेकरों को सुरक्षित निकाल लिया गया। ट्रेकर श्रीनिवासन गाजियाबाद उत्तर प्रदेश, अजय सिंह गोरखपुर, अजय नेगी पौड़ी गढ़वाल को सुरक्षित निकालते हुए गौचर लाया गया। इन तीनों का इलाज आईटीबीपी गौचर के एमआई रूम में चल रहा है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि दो दिनों तक मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू नहीं किया जा सका। आज सोमवार सुबह एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टरों के माध्यम से रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया और ट्रेकर्स को पांडव सेरा के बुग्यालों से पिकअप किया गया। उन्होंने बताया कि सभी ट्रेकर्स सुरक्षित हैं, जबकि पोर्टर अपने गांव को चले गये हैं। आईटीबीपी गौचर के कमांडेड आफिसर डॉ विशाल चौधरी की देख-रेख में ट्रेकर्स का इलाज चल रहा है।