श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में जूनियर छात्रों को धमकाना पड़ा भारी, तीन स्टूडेंट निष्कासित
श्रीनगर। राजकीय मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस बैच 2020 के तीन सीनियर छात्रों को तीन माह के लिए हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है। तीनों छात्रों पर जूनियर छात्रों को डराने और अपशब्दों का प्रयोग करने का आरोप है। भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति होने पर छात्रों को शैक्षणिक गतिविधियों से बाहर किए जाने की चेतावनी दी गई है।
बताया जा रहा है कि एमबीबीएस के तीन सीनियर छात्र नितिन डालाकोटी, निश्चय जोशी और सूर्य प्रताप सिंह जूनियर बॉयज हॉस्टल-1 में घुस गए। इस दौरान जूनियर छात्र खाना खा रहे थे। तीनों छात्र जोर-जोर से गाली-गलौज करते हुए दरवाजा खटखटाने लगे। इससे जूनियर छात्र भयभीत हो गए और हॉस्टल में शोर गुल होने लगा। जिस पर पर वहां हॉस्टल वार्डन भी पहुंच गए।
हॉस्टल वार्डन ने इस बात की जानकारी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सीएमएस रावत को दी। उन्होंने जांच कमेटी का गठन किया और जांच में घटना की पुष्टि हो गई। एंटी रैगिंग के नियमों के अनुसार कमेटी ने तीनों आरोपी सीनियर छात्रों के तीन माह तक हॉस्टल में प्रवेश करने पर रोक लगा दी है.
डॉ. रावत ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में रैगिंग पूरी तरह प्रतिबंधित है। सीनियर व जूनियर छात्रों को इसकी जानकारी भी दी जाती है। इसके बावजूद तीन छात्र नियमों को तोड़ते हुए जूनियर छात्रों के हॉस्टल में गए। यह अनुशासनहीनता है। जूनियर छात्रों को भयभीत करने की कोशिश की गई है। इसलिए उन्हें तीन माह के लिए हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है।