उत्तराखंड : वैक्सीन फार्माजेट इंजेक्टर से लगाई जाएगी 10 लाख किशोरों को वैक्सीन, तैयारी शुरू
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 15 से 18 वर्ष के आयुवर्ग के बच्चों को तीन जनवरी से कोरोना वैक्सीन की डोज दिए जाने के ऐलान के बाद उत्तराखंड में स्वास्थ्य महकमा किशोरों को कोरोना की वैक्सीन लगाने की तैयारी में जुट गया है। उत्तराखंड में 10 लाख किशोरों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। जिसके लिए सभी जिलों वैक्सीनेशन की तैयारी करनेऔर डाटा तैयार कर भेजने को कहा गया है। तय उम्र के किशोरों का टीकाकरण जल्द पूरा किया जा सके। सभी किशोरों को कोवैक्सीन की डोज दी जाएगी। कोवैक्सीन की दूसरी डोज 28 दिन बाद लगाई जा सकती है। हालांकि अभी स्वास्थ्य विभाग के पास कोई गाइड लाइन नहीं आई है। वहीं विभाग का कहना है कि किशोरों को रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। ऑन स्पाट वैक्सिनेशन शुरू होने के बाद उन्हें स्कूल में या फिर पूर्व की तरह शिविर लगाकर वैक्सीन लगाई जाएगी। स्वास्थ विभाग छुट्टी के दिन स्कूल में भी शिविर लगाने की योजना पर काम कर रहा है। देहरादून में वैक्सीनेशन की तैयारी शुरू हो चुकी है। कोविन पोर्टल के प्रभारी डा. आदित्य सिंह का कहना है कि 15 से 17 साल की उम्र के किशोरों का डाटा कंपाइल करना शुरू कर दिया गया है। एक-दो दिन में इसे फाइनल कर दिया जाएगा। उन्हीं केंद्रों पर किशोरों को डोज दी जा सकेगी जहां टीकाकरण हो रहा है। किशोरों को वैक्सीन फार्माजेट इंजेक्टर से लगाई जा सकती है। हालांकि अभी यह पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। अगर ऐसा हुआ तो इसके लिए अलग से ट्रेनिंग वैक्सीनेटरों को देनी होगी। फार्माजेट इंजेक्टर में बिना दर्द का एहसास हुए इंजेक्शन लगाया जाता है।इसके साथ ही देश में अब कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज भी लगेगी। सरकार इसे बूस्टर के बजाय प्रिकॉशन (एहतियाती) डोज कह रही है। यह डोज फ्रंटलाइन वर्कर्स और डॉक्टर की सलाह पर 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को लगाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो सभी फ्रंटलाइन कर्मी और हेल्थ केयर वर्कर्स का शिविर के माध्यम से वैक्सिनेशन करने की तैयारी है। सेहत महकमा पूर्व की तरह अशक्त और अकेले रहने वाले बुजुर्गों, विकलांगों को घर पर ही टीका लगाएगा।