उत्तराखंड विधानसभा चुनाव: आयोग ने बढ़ाया मतदान का समय, अब छह बजे तक होगी वोटिंग
देहरादून। उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब मतदाताओं को वोट डालने के लिए एक घंटे का अतिरिक्त समय मिलेगा। भारत निर्वाचन आयोग ने कोविड के साथ ही विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए उत्तराखंड में मतदान की समय सीमा एक घंटा बढ़ा दी है। प्रदेश में इस बार सुबह आठ बजे से शाम छह बजे बीच मतदान होगा। पहले मतदान की समयावधि सुबह आठ से शाम पांच बजे तक नियत थी। वहीं अब एक बूथ पर 1500 की जगह 1200 वोटर मतदान करेंगे। कोरोना के चलते यह निर्णय लिया गया है। एक मंतदन केंद्र में औसत 700 मतदाता पंजीकृत हैं। बता दें कि, उत्तराखंड में चुनावी तैयारियों को परखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग की टीम मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा के नेतृत्व में दो दिनी दौरे पर देहरादून आई थी। इस दौरान टीम ने सभी राजनीतिक नेताओं से मिलकर उनके सुझाव लिए। सभी राजनैतिक दलों ने प्रदेश में विषम भूगोल को देखते हुए, मतदान की समय सीमा बढ़ाने की अपील की थी। जिसके बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने मक़तदन का समय बढ़ाने का एलान किया। उन्होंने कहा कि इस निर्णय के पीछे मंशा यही है कि विषम भूगोल वाले इस राज्य में लोग अधिक से अधिक मताधिकार का प्रयोग कर सकें। आयोग का लक्ष्य इस बार मतदाताओं को जागरूक कर मतदान प्रतिशत बढ़ाना भी है।
60 फीसदी बूथ पर वेबकास्ट… इस बार आयोग प्रदेश के 60 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की भी सुविधा देने जा रहा है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि सामान्य तौर पर आयोग पचास प्रतिशत बूथों पर वेबकास्ट करता है, लेकिन उत्तराखंड में इसे साठ प्रतिशत किया जा रहा है।
कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन… मुख्य निर्वाचन आयुक्त के मुताबिक प्रत्येक पोलिंग बूथ को कोविड सेफ बूथ बनाया जा रहा है। हर बूथ में मास्क, सैनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग, सुरक्षित दूरी के मानक का पालन होगा। साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि राज्य में 18 वर्ष से ऊपर के सभी मतदाताओं का डबल वैक्सीनेशन जल्द पूर्ण कराया जाए। अभी तक 78 प्रतिशत व्यक्तियों का डबल वैक्सीनेशन हो चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य में अभी ओमिक्रोन का एक केस दर्ज है। कोविड प्रबंधन को सरकार ने ठोस उपाय किए हैं। आगे क्या परिस्थितियां रहती हैं, उसे देखते हुए कोई निर्णय लिया जाएगा।