पंचतत्व में विलीन होंगे शहीद जवान गौतम लाल, पार्थिव शरीर पहुंचा गांव
टिहरी/देहरादून। नागालैंड में मोन जिले में फायरिंग के दौरान शहीद हुए पैराशूट रेजीमेंट की 21वीं बटालियन के पैराट्रूपर जवान गौतम लाल का पार्थिव शरीर सोमवार पूरा दिन इंतजार के बाद आज मंगलवार को उनके पैतृक गांव नौली पहुंचा। पार्थिव शरीर के पहुंचते ही परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, शहीद को श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ उमड़ी। अपने सपूत की शहादत से पूरे परिवार के साथ ही पूरे गांव में मातम पसरा है। श्रद्धांजलि के बाद गांव से शहीद की अंतिम यात्रा निकली। इस दौरान शहीद गौतम अमर रहे और भारत माता की जय के नारे लगते रहे। जिसके बाद राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ शहीद गौतम लाल पैतृक घाट पर पंचतत्व में विलीन होंगे।
इस दौरान विधायक विनोद कण्डारी, पूर्वं मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी और दिवाकर भट्ट भी मौजूद रहे। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने एम्स ऋषिकेश पहुंचकर शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी l प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा है कि शहीद गौतम लाल का बलिदान देश कभी नहीं भूल पाएगा l उत्तराखंड को वीरभूमि कहते हैं जब भी देश को जरूरत होती है, इस धरा के वीर जवानों ने देश की आन, बान और शान के लिए अपने प्राण निछावर किए हैं l पूरा देश व प्रदेश शहीद गौतम लाल के परिजनों के साथ है l
टिहरी जिले के हिसरियाखाल क्षेत्र की ग्राम पंचायत नौली के नौसिला तोक निवासी सेना के जवान गौतम लाल नागालैंड में मोन जिले में हुई कथित फायरिंग के दौरान 21वीं बटालियन के पैराट्रूपर जवान गौतम लाल शहीद हो गए थे। शहीद गौतम लाल सहित उनके परिवार में 5 भाई एवं 2 बहनें हैं। गौतम अपने घर के सबसे छोटा थे। जवान गौतम लाल की नागालैंड में शहीद होने की खबर से गांव में मातम का महौल है। माता-पिता, भाई-बहन को रो-रोककर बुरा हाल है। परिजन सोमवार दिनभर उनके पार्थिव शरीर की इंतजार करते रहे, लेकिन वह नहीं पहुंचा। शहीद का पार्थिव शरीर देर शाम देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचा, जिसे एम्स ऋषिकेश में रखा गया। मंगलवार सुबह शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। जिसके बाद पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी जाएगी।