आईएमए पासिंग आउट परेड 2021 : सरहद की निगहबानी के लिए 387 जेंटलमैन कैडेट तैयार
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी में शुक्रवार को 387 जेंटलमैन कैडेट की ग्रेजुएशन सेरेमनी के साथ ही पीओपी का आगाज होगा। साथ ही ऐतिहासिक चेटवुड बिल्डिंग के समीप फाइनल परेड की रिहर्सल लगातार चल रही है। जिसके बाद 11 दिसंबर को अंतिम पग पार करने के बाद 319 युवा अफसरों की टोली देश पर मर-मिटने की शपथ लेकर भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा बनेंगे। जबकि मित्र देशों के 68 कैडेट पास आउट हो रहे हैं। इस बार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जहां बतौर रिव्यूइंग आफिसर परेड का निरीक्षण करेंगे, वहीं चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत, उत्तराखंड के राज्यपाल ले. जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आदि गण्यमान्य लोग पास आउट हो रहे कैडेट्स की हौसला अफजाई करेंगे। आइएमए प्रशासन ने पासिंग आउट परेड को लेकर सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली है। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता तैयारियां की जा रही हैं। इसी के साथ ही वर्ष 1971 के युद्ध के स्वर्णिम विजय वर्ष यानी 50 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित हो रही परेड को यादगार बनाने के लिए अकादमी ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।बता दें कि, साल 1932 में 40 कैडेट के साथ अकादमी का सफर शुरू हुआ था। प्रथम बैच में भारत के पूर्व फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ, म्यांमार के पूर्व सेनाध्यक्ष स्मिथ डन और पाकिस्तान के पूर्व सेनाध्यक्ष मोहम्मद मूसा पास आउट हुए थे। तब से यह संस्थान जांबाज युवा अफसरों की फौज तैयार कर रहा है। खास बात यह कि अकादमी में मित्र देशों के भी कैडेट प्रशिक्षण लेते हैं। अब तक 60 हजार 725 कैडेट अकादमी से पास आउट हुए हैं। जिनमें 33 मित्र देशों के 2656 कैडेट भी शामिल हैं