उत्तराखंड : पर्यटकों के लिए आज से खुल गई फूलों की घाटी
चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित विश्व धरोहर फूलों की घाटी आज पर्यटकों को खोल दी गई है। पार्क प्रशासन ने 4 किमी पैदल मार्ग की मरम्मत के साथ रास्ते पर 2 पैदल पुल का निर्माणकार्य भी पूरा कर दिया है। इस साल फूलों की घाटी में 12 से अधिक प्रजाति के फूल समय से पहले खिल गए हैं। फूलों की घाटी को 2005 में यूनेस्को ने विश्व प्राकृतिक धरोहर घोषित किया था।
पार्क के उप प्रभागीय वनाधिकारी नंदबल्लभ शर्मा ने बताया कि पर्यटक रंग-बिरंगे फूलों के अलावा दुर्लभ प्रजाति के पशु-पक्षी, जड़ी-बूटी व वनस्पति, कल-कल बहती पुष्पावती नदी, झर-झर झरते झरने, टिपरा ग्लेशियर और बर्फाच्छादित चोटियों का दीदार कर सकते हैं।
समुद्र तल से तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित फूलों की घाटी मेंं तेंदुए, कस्तूरी मृग और नीली भेड़ जैसी प्रजातियां भी पाई जाती हैं। फूलों की घाटी 87.50 वर्ग किमी के विस्तार में फैली हुई है। यह दुनिया की इकलौती जगह है जहाँ पर प्राकृतिक रूप से 600 से अधिक प्रजाति के फूल खिलते हैं। हर साल हजारों देशी विदेशी पर्यटक घाटी का दीदार करने आते हैं। फूलों की घाटी की यात्रा को लेकर वन विभाग ने कमर कस ली है।
फूलों की घाटी में छह सौ से अधिक फूलों की प्रजातियों को देखा जा सकता है। इन फूलों मेंं ब्रह्मकमल, ब्लू पोस्पी, ब्लूबेल, प्रिमुला, पोटेंटिला, एस्टर, लिलियम, हिमालयन ब्लू पोपी, डेल्फीनियम और रैनुनकुलस भी शामिल हैं। ब्रह्मकमल उत्तराखंड का राज्य पुष्प भी है।