उत्तराखंड में ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर विरोध, सड़कें जाम
देहरादून। सेना में भर्ती के लिए सरकार की चार साल वाली नई योजना ‘अग्निपथ’ छात्रों को पसंद नहीं आ रही है, जिसको लेकर देश के कहीं हिस्सों में इसको लेकर छात्रों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। अब उत्तराखंड में भी अग्निपथ भर्ती योजना का विरोध शुरू हो गया है। चंपावत और खटीमा में बेरोजगार युवकों ने योजना के खिलाफ जमकर प्रर्दशन किया। युवकों ने सड़कों पर उतरकर केंद्र सरकार और योजना के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शनकारियों ने खटीमा में सड़क जाम की, जिससे ट्रैफिक बाधित हो गया।
अग्निपथ भर्ती योजना का विरोध पर्वतीय जिले में भी देखने को मिला। चम्पावत में जुलूस निकालने के बाद प्रदर्शनकारी गोल्ज्यु के दरबार में धरने पर बैठे हैं। जहां उन्होंने देवता से न्याय की गुहार लगाई। युवाओं समेत पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने भी समर्थन दिया और वो यहाँ प्रदर्शनकारीयों के साथ 15 से 20 मिनट तक बैठे रहे। युवा राकेश, विनोद, प्रीतम ने बताया कि सरकार युवाओं के साथ चार साल की भर्ती का लॉलीपॉप देकर भविष्य को अंधकार में झोंक रही है।
आक्रोशित युवाओं ने सरकार पर अस्थाई ओवरड्राफ्ट को हटाकर स्थाई रूप से पूर्व की तरह सेना में भर्ती कराने को कहा है। इसके बाद उन्होंने मोटर स्टेशन में सरकार का पुतला फूंका। मांग की है कि सरकार को अग्निपथ योजना को रद्द कर देना चाहिए। बेरोजगारों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है।