उत्तराखंड : भूस्खलन और मलबे से अटीं सड़कें, कटा पहाड़ी क्षेत्रों का संपर्क
देहरादून। भारी बारिश के चलते पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और मलबे से सड़कें ठप हो गई हैं और पहाड़ी क्षेत्रों का संपर्क अन्य स्थानों से कट गया है। बदरीनाथ हाईवे पागलनाला में आज बुधवार को भी करीब चार घंटे तक बंद रहा। सुबह छह बजे के करीब भारी बारिश के कारण मलबा आने से हाईवे बाधित हो गया था, जिसे सुबह 10 बजे सुचारु किया गया। चमोली जिले में भूस्खलन और मलबा आने से अभी भी 13 संपर्क मार्ग बंद हैं।
वाहनों के लिए यमुनोत्री हाईवे बंद : यमुनोत्रीधाम धाम समेत घाटी में रातभर बारिश के बाद हाईवे की हालत खस्ताहाल बनी हुई है। जगह-जगह मलबा और बोल्डर आने से हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए बाधित है। जबकि लोग खतरे के बीच ही पैदल आवाजाही कर रहे हैं।
अन्य स्थानों से कटा मुनस्यारी का संपर्क : लगातार बारिश से पिथौरागढ़ जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त है। नदियां उफान पर हैं। थल-मुनस्यारी सड़क हरड़िया के पास बंद है। जरीगाड़ पुल के खतरे में आने से जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क पर भी एक सप्ताह से वाहनों की आवाजाही बंद है। इससे लुमती, बंगापानी, उमरगखड़ा, सेरा, सेराघाट, मदकोट, भदेली, सेवला, दरांती, दरकोट, मुनस्यारी से लगे दर्जनों गांवों के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पुल बंद होने से सात-आठ दिन से सात-आठ वाहन वहां फंसे हैं। थल-मुनस्यारी सड़क चार से अधिक स्थानों पर बंद है। इस कारण जिला मुख्यालय और अन्य क्षेत्रों से मुनस्यारी का संपर्क कट गया है। जिले में 20 से अधिक सड़कें बंद हैं, जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
ये सड़कें हैं बंद : मंसूरी-कांडा-होकरा, नाचनी-बांसबगड़, आदिचौरा-सिन्नी, बंगापानी-जाराजीबली, छिरकिला-जम्कू, गिन्नीबैंड-समकोट, मंसूरी-होकरा, नाचनी-बसंतकोट, डोर-सैरणांथी, बांसबगड़-धामीगांव, बांसबगड़-कोटा, कालिका-खुमती, बांस-आंवलाघाट, सानदेव-तुर्गोली, बिर्थीबैंड-बाराजुब्बर, जौलजीब-मुनस्यारी, घट्टाबगड़-लिपूलेख, सोबला-दर तिदांग सड़क, तवाघाट-सोबला।