उत्तराखंड में हरेला पर्व बना हरित क्रांति का उत्सव, रोपे गए 8 लाख 13 हज़ार से अधिक पौधे
उत्तराखंड : देहरादून में पहली बार लगातार भारी बारिश ने उड़ाये होश!

देहरादून। आज बुधवार को प्रदेशभर में अधिकतर इलाकों में मौसम खराब है और बादल बरस रहे हैं। मंगलवार की रात से आज बुधवार सुबह तड़के तक दून में झमाझम बारिश हुई। इसके बाद सुबह नौ बजे फिर बदरा मेहरबान हो गये। इसके बाद दोपहर दो बजे से अपराह्न 4.30 बजे तक लगातार मूसलाधार बारिश ने लोगों के होश उड़ा दिये। खबर लिखे जाने तक बादल जमकर बरस रहे हैं।
इससे पहले मंगलवार को दिनभर देहरादून में बारिश का दौर चल रहा था जो देर रात तक जारी रहा। बीती रात देहरादून में हुई मूसलाधार बारिश के कारण नदी-नालों का पानी लोगो के घरों व अन्य संस्थानों में घुस गया। इस दौरान आईटी पार्क स्थित राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण बिल्डिंग में बारिश का पानी आने के कारण करीब 12 लोग फंस गए। जिन्हें एसडीआरएफ की टीम द्वारा सुरक्षित निकाला गया।
आईटी पार्क से आमवाला की ओर जाती हुई रोड में चौक पर जलभराव के कारण कुछ वाहन फंस गए थे, जिन्हें सुरक्षित रोड पार करवाई गई। बिंदाल नदी में जलस्तर बढ़ने से जलभराव हो गया। मौके पर एसडीआरएफ की टीम पहुंची और झुग्गी झोपड़ियों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया। वहीं गजवाड़ी और इंद्रानगर में भी नदी का पानी कॉलोनी में घुस गया, हालांकि बाद में जलस्तर कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली।
इससे पहले मंगलवार को राजधानी से लेकर देहात तक कई दौर की मूसलाधार बारिश हुई। बारिश से दून समेत आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। प्रमुख चौराहों दिलाराम चौक, सर्वे चौक, घंटाघर, महाराजा अग्रसेन चौक, कारगी चौक, बुद्धा चौक समेत दर्जनभर बड़े चौराहों पर जलभराव हो गया। वहीं कई इलाकों में नदी-नालों के उफान पर आ जाने से भारी मुसीबत खड़ी हो गई।
ऋषिकेश में शिवपुरी के काटल गांव में बादल फटने की घटना हुई है। यहां बादल फटने की घटना से पुल और बिजली के पोल बह गए हैं। कई गांवों का शिवपुरी से संपर्क कट गया है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार देर रात को बादल फटने से नरेंद्र नगर ब्लॉक के काटल गांव में खेत, बिजली के पोल और पैदल मार्ग पर बना पुल बह गया। मंगलवार रात को ही देहरादून के संतला देवी क्षेत्र के खाबड़वाला में भी बादल फटने की घटना से काफी नुकसान हुआ है। आज बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा ग्रस्त क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे।
ऋषिकेश में मंगलवार की शाम से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण गंगा और उसकी सहायक नदियां बीन, चंद्रभागा, सोंग और हेंवल नदी उफान पर आ गई है। गंगा चेतावनी रेखा से नीचे बह रही है। चंद्रभागा और गंगा के तट पर बसी बस्तियां खतरे की जद में आ गई है। शासन की ओर से एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन दल को अलर्ट किया गया है। कुंजापुरी के समीप मुख्य मार्ग पर मलबा आने से आज बुधवार की सुबह चार बजे मार्ग अवरुद्ध हो गया। इसके चलते सभी वाहनों को मुनिकीरेती के भद्रकाली में रोक दिया गया। चार घंटे बाद मलबा हटाने के बाद जहां यातायात सामान्य हो पाया।
बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग देवप्रयाग से ऋषिकेश के बीच कई स्थानों में मलबा आने से अवरुद्ध पड़ा है। मंगलवार रात भर हुई तेज बारिश से हाईवे पर कई जगह मलबा आया है। ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग तोता घाटी और कौड़ियाला में मलबा आने से बीती रात से बंद है। आज बुधवार सुबह से पर्वतीय क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण गंगोत्री और बदरीनाथ हाईवे में यातायात प्रभावित हुआ है। श्रीनगर रोड पर जाने वाले वाहनों को बाया टिहरी निकाला जा रहा था। केदारनाथ हाईवे पर यातायात सुचारू है।