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IMA POP 2023: सेना को आज मिली 331 युवा अफसरों की टोली, सेना प्रमुख ने दी शुभकामनाएं
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से शनिवार को (आज) 331 युवा अफसर देश सेवा के लिए सेना की मुख्यधारा में जुड़ गए। इसके साथ ही मित्र राष्ट्रों के 42 कैडेट्स भी पास आउट हुए। रिव्यूइंग अफसर के रूप में चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ने पासिंग आउट परेड की सलामी ली। उत्तराखंड के 25 जेंटलमैन कैडेट्स सेना में अफसर बने हैं. परेड के बाद अकादमी में प्रशिक्षण के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वालों को मेडल दिए गए।
इनमें डायरेक्ट एंट्री वाले 55 कैडेट्स शामिल हैं। जबकि, एक्स एनडीए 204 और एक्स एससी 40 कैडेट्स पास आउट हुए। 32 कैडेट्स टीजीसी कोर्स के हैं। आईएमए की स्थापना के बाद से अब तक यहां से 64862 देशी एवं विदेशी कैडेट्स पास आउट हो चुके हैं। वहीं, आईएमए के नाम अब तक 2885 विदेशी कैडेट्स को ट्रेनिंग देने का गौरव जुड़ गया है।
इस बार भी उत्तर प्रदेश हर बार की तरह सबसे ज्यादा कैडेट्स देने वाला राज्य बना है। उत्तर प्रदेश के 63 कैडेट्स पासआउट होकर अफसर बनेंगे। जबकि, उत्तराखंड इस बार पहली बार की तुलना में दो पायदान पीछे खिसक गया है। पिछले साल जून की परेड में उत्तराखंड के कैडेट्स की संख्या 33 थी। जो इस बार 25 रह गई है। लेकिन, आबादी के लिहाज से देखें तो इस बार भी कैडेट्स देने वालों में उत्तराखंड अव्वल है। इस साल सिक्किम, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार से एक भी कैडेट आईएमए से पास आउट नहीं होगा। जबकि, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, असम, चंडीगढ़, गोवा, मणिपुर, ओडिसा व पुडुचेरी से एक-एक कैडेट भारतीय सेना का हिस्सा बनेगा।
किस राज्य से कितने कैडेट…
- उत्तराखंड -25
- हरियाणा -32
- महाराष्ट्र-26
- उत्तर प्रदेश- 63
- बिहार- 33
- पंजाब-23
- हिमाचल प्रदेश-17
- राजस्थान -19
- मध्यप्रदेश-19
- दिल्ली-12
- कर्नाटक-11
- झारखंड-08
- तमिलनाडु-08
- जम्मू-कश्मीर-06
- छत्तीसगढ़-05
- केरल-05
- तेलंगाना-03
- पश्चिम बंगाल-03
- गुजरात-02
- नेपाली मूल के भारतीय कैडेट -02 (त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, असम, चंडीगढ़, गोवा, मणिपुर, ओडिशा व पांडिचेरी से एक-एक कैडेट हैं।
इन्हें मिला अवार्ड…
- चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर-कैसिनो कंपनी
- स्वार्ड आफ आनर- मेहर बनर्जी
- स्वर्ण पदक – अभिमन्यु सिंह
- रजत पदक- मेहर बनर्जी
- रजत पदक टीजी – सूर्यभान सिंह
- कांस्य पदक – कमलप्रीत सिंह
- सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट- किंगा लहेंडूप भूटान