विधानसभा बैकडोर भर्ती पर बोले धामी – नियम विरुद्ध भर्तियां होनी चाहिए निरस्त
देहरादून। नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के तेवर बदले बदले नजर आ रहे हैं। विधानसभा में बैकडोर से हुई भर्तियों के मामले पर धामी ने दो टूक कहा कि जो भी भर्तियां नियम विरुद्ध हुई हैं, वे निरस्त की जाएंगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्हें विधानसभा में बैकडोर भर्ती के बारे में पता चला था, उन्होंने तत्काल विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने इस मामले की जांच के लिए कहा था और दिशा में काम हो भी रहा है। पुष्कर के इस ‘फायर‘ बयान ने इस मामले में लिप्त लोगों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। धामी ने साफ कहा कि उनकी शुरू से ये ही मंशा रही है कि जो भी भर्तियां नियम विरुद्ध हुई है, उन सभी को निरस्त किया जाना चाहिए। इस कांड में जो दोषी हैं, उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। वो अपनी मंशा पहले ही ऋतु खंडूड़ी को बता चुके हैं।
गौरतलब है कि कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए उत्तराखंड विधानसभा में बैकडोर से भाई- भतीजावाद के जरिए भर्ती की गई थी, जिसको लेकर सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई थी.इस मामले में जब काफी हंगामा हुआ तो विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने इन भर्तियों को लेकर विशेषज्ञ जांच समिति का गठन किया। हालांकि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने भी विधानसभा में बैकडोर से भर्तियां की थीं। जिनमें कुंजवाल के बेटे और बहू भी भर्ती हुए थे।