उत्तराखंड विस शीतकालीन सत्र 2021: सदन पर पेश होंगे आठ विधेयक, सत्र हंगामेदार रहने के आसार
देहरादून। गुरूवार से शुरू हुए उत्तराखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। सत्र के पहले दिन दिवगंत सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन को स्थगित कर दिया गया था। वहीं, विधानसभा के शीतकालीन सत्र की अवधि तीन दिन रखी गई है। फिलहाल दूसरे दिन शुक्रवार के लिए एजेंडा तय किया जा चुका है। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को सरकार अपना कामकाज निपटाएगी। दूसरे दिन के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष ने अपनी-अपनी रणनीति तय कर ली हैं। कानून व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी और दैवीय आपदा समेत विभिन्न मुद्दों पर सदन के भीतर कांग्रेस आक्रामक रुख के साथ सरकार की घेराबंदी करेगी। जिससे आज के दिन का सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। उधर, सरकार उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम को निरस्त करने समेत आठ विधेयक पटल पर रखेगी। गौरतलब हो कि हाल ही में प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम को समाप्त करने का निर्णय लिया गया था।
पटल पर रखे जाएंगे ये विधेयक
• उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन निरसन विधेयक, 2021
• उत्तराखंड पंचायती राज द्वितीय संशोधन विधेयक, 2021
• आम्रपाली विश्वविद्यालय के विधेयक, 2021
• उत्तराखंड नजूल भूमि प्रबंधन व्यवस्थापन एवं निस्तारण विधेयक 2021
• सोसाइटी रजिस्टरीकरण उत्तराखंड संशोधन विधेयक, 2021
• उत्तराखंड (उत्तरप्रदेश) लोक सेवा (अधिकरण)(संशोधन) विधेयक 2021
• उत्तराखंड सिविल विधि संशोधन विधेयक, 2021
• उत्तराखंड कृषि उत्पाद मंडली, विकास एवं विनियमन पुनर्जीवित विधेयक 2021
सरकार विधेयकों के साथ द्वितीय अनुपूरक मांगों को भी सदन में रखेगी। उत्तराखंड पंचायतीराज (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश को भी सदन के पटल पर रखा जाएगा। इसके अतिरिक्त उत्तराखंड भू-संपदा नियामक प्राधिकरण (रेरा) का वार्षिक प्रतिवेदन 2018-19 भी सदन में प्रस्तुत किया जाएगा। सत्र के आगे की रूपरेखा शुक्रवार को कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में तय की जाएगी। शनिवार को आमतौर पर अवकाश रहता है। शनिवार को सत्र होने की स्थिति में प्रश्नकाल नहीं होगा। यह दिन किसी भी मंत्री या विभाग के लिए नियत नहीं है।