उत्तरकाशी में खीर गंगा के रौद्र रूप ने फिर दिखाया खौफनाक मंजर

देहरादून। उत्तरकाशी के धराली में भीषण जलप्रलय के बाद खौफनाक मंजर देखने को मिला। यहां खीरगंगा नदी ने पलभर में तबाही मचाई। जिसके कारण धराली बाजार मलबे में तब्दील हो गया। इस मलबे में दुकान, मकान के साथ ही कई जिंदगियां दब गई।
उत्तरकाशी धराली हर्षिल में बादल फटने से आई आपदा के बाद से राहत और बचाव कार्य आज बुधवार सुबह से फिर शुरू किया गया है। प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, आर्मी सहित सभी दल राहत बचाव कार्यों में लगे। आपदा कंट्रोल रूम से भी स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही है।
उत्तरकाशी जिले के धराली गांव के ऊपर खीरगंगा में मंगलवार दोपहर बादल फटने से खीरगंगा नदी में अचानक सैलाब आ गया। मलबे और पानी का बहाव इतना तेज था कि इसकी चपेट में आने से धराली का मुख्य बाजार पूरी तरह तबाह हो गया। इस आपदा में धराली का प्रसिद्ध कल्प केदार मंदिर भी पूरी तरह से मलबे में बह गया है। प्रशासन ने अभी तक चार लोगों के मरने की पुष्टि की है, जबकि 70 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और उत्तराखंड जिले के धराली क्षेत्र में हाल ही में आई आपदा और राहत एवं बचाव कार्यों की स्थिति की जानकारी ली। सीएम धामी ने प्रधानमंत्री को बताया कि राज्य सरकार पूरी तत्परता से राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में कठिनाइयाां आ रही हैं, लेकिन सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय के साथ काम कर रही हैं ताकि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता मिल सके। प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।