उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी, अभी भी 384 सड़कें बंद

 उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी, अभी भी 384 सड़कें बंद

देहरादून। उत्तराखंड में आफत बनकर बरस रही बारिश से आगे भी कुछ दिनों तक राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। बारिश से सबसे ज्यादा पर्वतीय जिले प्रभावित हैं। कई जिलों में बारिश से नदी-नाले उफान पर पहुंच चुके हैं। जबकि भूस्खलन की घटनाएं की दर्ज की जा रही हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने प्रदेश के देहरादून, टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, हरिद्वार, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, उधम सिंह नगर जिलों में कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश होने के साथ कुछ स्थानों में भारी से भारी बारिश व गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की संभावना जताई है। जबकि उत्तरकाशी जिले के कुछ स्थानों में भारी से बहुत भारी बारिश गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने की संभावना जताई है। ऐसे में इन जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।

चमोली जिले में सोमवार को देर शाम बदरीनाथ धाम की ऊंची चोटियों के साथ ही हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, नंदा घुंघटी, रुद्रनाथ की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हुई, जिससे मौसम में ठंडक आ गई है। सोमवार को जिले के निचले क्षेत्रों में भी मौसम ठंडक भरा रहा। शाम तक ठंड बढ़ने से लोगों ने गरम कपड़े निकाल दिए। चमोली जिले के तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई है।

नदियां खतरे के निशान पर पहुंचीं

प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश से नदिया उफान पर पहुंच गई हैं। उत्तरकाशी में स्यानचट्टी पुल पर यमुना नदी का पानी आ गया है। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। गढ़वाल मंडल में सौंग, बाणगंगा, अलकनंदा, मंदाकिनी, यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। जो चेतावनी के स्तर से ऊपर है। इसके अलावा कुमाऊं में कोसी और गौरीगंगा का जलस्तर भी बढ़ा है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से आदेश जारी किया गया है कि विद्यार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत विद्यालयों में सावधानी बरती जाए। वहीं, भारी बारिश की चेतावनी के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन को अनुमति न दी जाए। ब्यूरो

मलबा आने से 384 सड़कें बंद

बारिश के बाद मलबा आने से प्रदेश में 384 सड़कें बंद हो गई हैं। उत्तरकाशी जिले में सबसे अधिक 70, टिहरी में 31, चमोली में 51, रुद्रप्रयाग में 39, पौड़ी में 39, देहरादून में 48, हरिद्वार में एक, पिथौरागढ़ में 28, चंपावत में तीन, अल्मोड़ा में 38, बागेश्ववर में 10, नैनीताल में 25 और ऊधमसिंह नगर में एक सड़क बंद हैं।

बता दें कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से और आठ लोगों की मौत हो गई है, जबकि 13 लोग घायल हुए हैं और दो लापता हैं। इनमें से छह मौतें हिमाचल में और दो उत्तराखंड में हुई हैं। हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य को आपदा प्रभावित घोषित कर दिया है।

Khabri Bhula

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