पीएम मोदी ने गौरीकुंड-केदारनाथ रोपवे की रखी आधारशिला
देहरादून: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को श्री केदारनाथ धाम में रुद्राभिषेक कर सबकी सुख एवं समृद्धि की कामना की। उन्होंने आदिगुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल पर पहुंचकर दर्शन किए। इस अवसर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) एवं मुख्यमंत्री धामी मौजूद थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद 6वीं बार बाबा केदार के धाम पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए रोपवे का शिलान्यास किया। 1267 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 9.7 किमी. के इस रोपवे के बनने से श्रद्धालुओं को बाबा केदार के दर्शन के लिए सुगमता होगी। गौरीकुंड से श्री केदारनाथ पहुंचने में अभी श्रद्धालुओं को 6 से 7 घंटे लगते हैं, इस रोपवे के बन जाने से यह यात्रा सिर्फ आधा घंटे में पूरी हो जाएगी। वहीं, केदारनाथ पहुंचे यात्रियों ने कहा कि इस रोपवे प्रोजेक्ट पर काम हो जाए तो बहुत अच्छा होगा. इससे वरिष्ठ नागरिकों को धाम पहुंचने में सुविधा होगी।
केदारनाथ रोपवे का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल गए। यहां उन्होंने विशेष पूजा अर्चना की। वहां से लौटकर पीएम पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने निकले। इस दौरान उन्होंने केदारनाथ पुनर्निर्माण में अपना योगदान देने वाले श्रमजीवियों से संवाद किया।
सोनप्रयाग से बनाए जाने वाले केदारनाथ रोपवे या केबिल कार परियोजना का जिम्मा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लि. को दिया गया है। एजेंसी परियोजना की डीपीआर तैयार कर रही है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि परियोजना को जून 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है। करीब 9.70 किमी लंबी इस परियोजना पर 1268 करोड़ खर्च होंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल, विधायक शैला रानी रावत, मुख्य सचिव डॉ. एस. एस संधू, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग मयूर दीक्षित, एसपी आयुष अग्रवाल, तीर्थ पुरोहित विनोद शुक्ला, लक्ष्मी नारायण, कुबेर नाथ एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।