चारधाम यात्रा: तीर्थयात्रियों को नहीं करना पड़ेगा इंतजार, एक घंटे में 1200 श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन
- तीर्थयात्रियों को दर्शन के लिए नहीं लगना पड़ेगा लाइन में
- यात्रा मार्गों पर छह स्थानों पर लगेंगे वाईफाई
देहरादून। 22 अप्रैल से चार धाम यात्रा शुरू होने वाली है। इसी बीच चारधाम यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब उनको दर्शन करने के लिए लाइन में नहीं लगना होगा। चारधाम तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए मंदिरों के प्रवेश द्वार पर दर्शन के लिए टोकन जारी करने की व्यवस्था की जा रही है। तीर्थयात्रियों को ये टोकन एक-एक घंटे के अंतराल पर दिए जाएंगे। ये टोकन चार घंटे के लिए वैलिड होंगे। वहीं बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अनुसार इस बार बाबा केदार के दर्शन आसानी से हो सके। इसके लिए एक घंटे में 1200 श्रद्धालुओं को ही टोकन दिया जाएगा। ऐसे में अगर धर्म दर्शन के लिए मंदिर को 12 घंटे खोला जाता है तो इस दोरान 14,400 श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। इसके अलावा यात्राकाल में यात्रियों की बढ़ती संख्या, मोसम और अन्य हालातों को ध्यान में रखते हुए तय लक्ष्य को कम-ज्यादा किया जा सकता है।
बता दें कि कई साल से दर्शन के लिए मंदिर परिसरों में टोकन व्यवस्था की मांग की जा रही थी। अब इसे धरातल पर लाने के लिए पर्यटन विकास परिषद ने कवायद शुरू कर दी है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में मंदिरों के प्रवेश द्वार पर पर्यटन विकास परिषद की ओर से यह टोकन दिए जाएंगे।
विगत वर्षों में सभी तीर्थयात्री बसों और पैदल चलकर धाम में पहुंचते थे। समय की बचत हेतु तत्काल लाइन में लग जाते थे, इसके चलते कई श्रद्धालुओं को परेशानी होती थी, सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को सहन करनी पड़ती थी, उनको दर्शन करने के लिए कई घंटों तक खड़ा रहना पड़ता था। अब इसे यह टोकन दिए जाएंगे। इसके अलावा चारधाम यात्रा मार्ग पर बनाए गए पंजीकरण केंद्रों में कनेक्टिविटी के लिए छह स्थानों पर वाईफाई लगाए जाएंगे। वाईफाई लगने से यात्रियों को पंजीकरण से संबंधित जानकारी मिल सकेगी। पर्यटन विकास परिषद की ओर से उत्तरकाशी बड़कोट, दोबाटा, हीना, गंगोत्री, सोनप्रयाग और पांडुकेश्वर में पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं।