केदारनाथ की यात्रा कर रहे हैं तो रखें इन बातों का ध्यान, वरना हो सकती है परेशानी
देहरादून। उत्तराखंड में 11 मई से मौसम बदलने के असर है, मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है, कि 11 से 13 मई तक प्रदेश भर में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। लेकिन उच्च हिमालय क्षेत्र में अच्छी बारिश होगी है, ऐसे में इसका चार धाम यात्रा पर भी फर्क पड़ सकता है, मौसम विभाग के निर्देशक विक्रम सिंह ने बताया कि जो भी यात्री चार धाम यात्रा पर आ रहे है उनको पूरी तैयारी के साथ आना होगा, क्योंकि 10 मई से उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की शुरुआत हो रही है और 11 मई से मौसम का मिजाज बदल जाएगा। खासकर उच्च हिमालय क्षेत्र में बारिश होने के ज्यादा आसार है जिससे तापमान में गिरावट होगी और ठंड भी बढ़ेगी।
बता दें कि चार धाम, 12 ज्योर्तिंलिंग और पंच केदार में से एक प्रमुख धाम केदारनाथ। हर कोई एक बार बाबा केदार के दर्शन करना चाहते हैं। इसके लिए जब से कपाट की तारीख तय हुई, तब से श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। श्रद्धालुओं को सबसे पहले आपका पंजीकरण होना आवश्यक है। उत्तराखंड पर्यटन विभाग की वेबसाइट में पंजीकरण हुआ है तो कोई परेशानी नहीं होगी। अगर पंजीकरण नहीं हुआ है तो हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंचकर आफलाइन पंजीकरण करादें। इसके अलावा हवाई सेवा से यात्रा कर रहे हैं तो आईआरसीटीसी की बेवसाइट से कराया हुआ टिकट ही चलेगा। अगर टिकट नहीं हुआ है तो फिर पैदल ही यात्रा करना होगा। इसका कोई विकल्प नहीं है। इसके बाद सबसे अहम बात केदारपुरी में बहुत ठंड है। हाल ही में बर्फबारी भी हुई है।
केदारनाथ यात्रा एक सामान्य यात्री के लिए 5 से 6 हजार रुपए कम से कम में यात्रा हो सकती है। इसके लिए पहले हरिद्वार पहुंचना होगा। हरिद्वार से रुद्रप्रयाग और फिर गौरीकुंड होते हुए केदारनाथ। इस पूरे यात्रा में चार से 5 दिन लग सकते हैं। इसके लिए रास्ते में आसानी से होटल,धर्मशालाएं, गेस्ट हाउस मिल जाएंगे। केदारनाथ में रूकने की खास सुविधाएं नहीं है। ऐसे में कोशिश करें कि रास्ते में ही रूक रूक कर यात्रा करें।
- पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण जरुरी
- हरिद्वार या ऋषिकेश में करा सकते हैं आफलाइन पंजीकरण
- यात्रा में जाने से पहले गर्म कपड़े बैग में जरुर रखें।
- टोपी, शॉल, स्वेटर, ग्लब्स जरुरी हैं।
- शुगर, ब्लड प्रेशर आदि किसी भी तरह की बीमारी है तो दवाई साथ रखें।
- रास्ते के लिए होटल या लॉज पहले ही बुक कर सकते हैं तो अच्छा रहेगा।
- पहाड़ों में कई जगह एटीएम, डिजिटल पेमेंट काम नहीं करता है तो फिर कैश रखना आवश्यक है।
- यात्रा में कम से कम 5 हजार रुपए का खर्चा आएगा।