उत्तराखंड : कहीं आपने भी तो नहीं खरीदी पुरानी लग्जरी कार, चोरी की हो सकती है!
चोरी मेरा काम
- हाईटेक वाहन चोर ने तीन साल में उड़ा ली 1000 से ज्यादा लग्जरी कारें
- सिर्फ चार मिनट में लग्जरी कार चोरी कर लेता था मेरठ का कुख्यात चोर दीपक
- उत्तराखंड, यूपी, पंजाब, हरियाणा के अलावा गोवा में भी बेचता था चोरी की कारें
नई दिल्ली। लग्जरी कार चुराने में माहिर मेरठ के कुख्यात चोर दीपक राणा को दिल्ली एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड (एएटीएस) ने गिरफ्तार कर यह खुलासा किया है कि बीएससी पास इस हाईटेक वाहन चोर ने तीन साल में 1000 लग्जरी कारें चोरी की हैं। आरोपी मेरठ, यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा के अलावा गोवा में चोरी की कारें बेचता था।
एएटीएस ने मेरठ के हाईटेक बीएससी पास वाहन चोर को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान गांव बेहरमपुर खास, जानी, मेरठ निवासी दीपक राणा (32) के रूप में हुई है। दीपक पिछले तीन सालों के भीतर 1000 से अधिक लग्जरी कारें चोरी कर, मेरठ, यूपी के दूसरे इलाकों, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और गोवा भेज चुका है। मेरठ कॉलेज से बीएससी पास दीपक महज तीन से चार मिनट के भीतर किसी भी कार को अपने आधुनिक उपकरणों की मदद से चोरी कर लेता था।
पुलिस ने आरोपी के पास अलग-अलग कारों को डीकोड करने का सॉफ्टवेयर के अलावा टैब, नकली चाबियां, ईसीएम व अन्य औजार बरामद किए हैं। पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने दीपक की निशानदेही पर अभी पांच कारें बरामद कर ली हैं। इसके खिलाफ पहले से 12 मामले दर्ज हैं।
दिल्ली मध्य जिले की पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान ने बताया कि पिछले काफी समय से जिले का एएटीएस वाहन चोरों पर नजर रख रहा था। लगातार दिल्ली-एनसीआर से गाड़ियां चोरी होकर मेरठ जा रही थीं। एएटीएस इंचार्ज संदीप गोदारा व अन्यों की टीम ने जांच शुरू की। सीसीटीवी की गहनता से जांच हुई तो पता चला कि आरोपी महज तीन से चार मिनट के भीतर ही कारें चोरी कर लेते हैं।
पुलिस के अनुसार कारें चोरी करने के लिए टैब में सॉफ्टवेयर लाया जाता है। पुलिस की एक टीम को मेरठ भेज दिया गया। वहां करीब 10 दिन टीम मेरठ में रुकी। काफी प्रयासों के बाद टीम ने आरोपी दीपक राणा की पहचान की। उस पर नजर रखी गई, बाद में आरोपी अपनी पत्नी के साथ मेरठ से शिमला के लिए निकल गया। पुलिस की टीम भी उसके पीछे शिमला पहुंची और एक होटल से उसे दबोच लिया।
दीपक को दिल्ली लाया गया तो पूछताछ में आरोपी ने कबूला कि उसने तीन सालों के भीतर 1000 से अधिक लग्जरी कारें चोरी की हैं। इन कारों को अलग-अलग राज्य में पहुंचा दिया गया। बाद में दीपक की निशानदेही पर पांच कारों के अलावा भारी मात्रा में वाहन चोरी में इस्तेमाल किए जाने वाले टूल्स भी बरामद किए। दीपक ने बताया कि वह कारें चोरी करने के बाद मेरठ के कारोबारी शुएब मलिक को बेच देता था। उधर शुएब काफी समय से फरार है। माना जा रहा है कि शुएब ने देश छोड़ दिया है। इनके एक साथी राजजीत को मोहाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी अपने साथी मोंटी उर्फ शुएब के साथ मिलकर कारें चुराने में लगा था।