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चारधाम के कपाट बंद होने की तिथि और शुभ मुहूर्त तय, जान लें समय

देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का इस साल शुभारंभ 30 अप्रैल 2025 को हुआ। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही सैकड़ों श्रद्धालु माता और भगवान के दर्शन के लिए हिमालय की ओर रवाना हुए। इस साल के यात्रा सीजन में अब तक केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब में कुल 46 लाख 4 हजार 976 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। यात्रा का समापन अब धीरे-धीरे नजदीक है और कपाट बंद होने की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है।
चारधाम धामों के कपाट बंद होने की तिथियां:-
बता दें कि 2 अक्टूबर दशहरा पर्व पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि की घोषणा हुई। बदरीनाथ धाम के कपाट मंगलवार 25 नवंबर दोपहर 2:56 बजे शुभ मुहूर्त पर बंद होंगे। इसके अलावा 23 अक्टूबर भैया दूज के पर्व पर शुभ लगनानुसार बाबा केदारनाथ धाम के कपाट बंद होंगे। विजयदशमी पर्व पर शीतकालीन गद्दी स्थलों में पंचाग गणना के अनुसार कपाट बंद होने की तिथि घोषित की गई।
वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट 23 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। वहीं गंगोत्री धाम के कपाट 6 माह शीतकाल के लिए 22 अक्टूबर को अन्नकूट पर्व पर अभिजीत मूहूर्त में पूर्वाहन 11 बजकर 36 मिनट पर विधिविधान से बंद कर दिए जाएंगे। द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर धाम के कपाट 18 नवंबर ब्रह्म मुहूर्त और तृतीय केदार तुंगनाथ धाम जी के कपाट 6 नवंबर को शीतकाल हेतु बंद होंगे।
चारों धामों का शीतकाल प्रवास:-
वहीं शीतकाल के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद चमोली के पांडुकेश्वर और जोशीमठ में बदरीविशाल के दर्शन किए जाते हैं। जबकि बाबा केदार शीतकाल में रुद्रप्रयाग के ऊखीमठ में विराजमान होते हैं। वहीं मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव और मां यमुना के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास खरसाली गांव किए जाते हैं।