जोशीमठ: मुख्यमंत्री धामी ने लिया हालात का जायजा, प्रभावित परिवारों से की मुलाकात
जोशीमठ/चमोली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को जोशीमठ का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि इन परिवारों को राहत दिलाना सरकार की प्राथमिकता है। धामी ने अंतरिम सहायता का भी ऐलान किया। जोशीमठ में स्थानीय लोग मुआवजे की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके चलते यहां मकान-होटल गिराने की कार्रवाई शुरू नहीं हो सकी।
भू-धंसाव के संकट से घिरे जोशीमठ के प्रभावित परिवारों को आश्वस्त करने के लिए मुख्यमंत्री धामी दूसरी बार ग्राउंड जीरो पर पहुंचे हैं। आज बृहस्पतिवार को वह नरसिंह मंदिर पहुंचे और यहां पूजा की। भू-धंसाव के संकट का सामना कर रहे जोशीमठ में आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी स्थित नृसिंह मंदिर परिसर में दरारें आ गई हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद शंकराचार्य की गद्दी नृसिंह मंदिर में विराजमान रहती है। सीएम आज यहां हालात का जायजा लेने पहुंचे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि प्रभावित लोगों को अंतरिम सहायता के तौर पर 1.5 लाख रुपए दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही उनके राहत और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किए जाने का काम किया जा रहा है। चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में 19 सदस्यों की टीम का गठन किया गया है, जो प्रभावित परिवारों को पैकेज राशि और पुनर्वास पैकेज की दर सुनिश्चित करेगी। उन्होने कहा कि नगरपालिका क्षेत्र जोशीमठ के भू-स्खलन एवं भू- धसाव प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावितों को बाजार रेट पर मुआवजा दिया जायेगा। बाजार की दर हितधारकों के सुझाव लेकर और जनहित में जारी की जाएगी। 03 हजार प्रभावित परिवारों को कुल 45 करोड़ रूपये की धनराशि जारी की गई है। तात्कालिक तौर पर प्रति परिवार 1.50 लाख रूपये की अंतरिम सहायता दी जा रही है। प्रभावित क्षेत्र में भूधसाव के कारण प्रभावित भू-भवन स्वामियों/परिवारों को स्थाई अध्यासन विस्थापन नीति तैयार होने से पूर्व 01 लाख रूपये की अग्रिम धनराशि दी गई है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में जिन मकानों में दरारें आयी हैं, उन मकानों को ध्वस्त करने की अफवाह फैलाई जा रही है। उन्होंने सभी से अपील की है कि इन अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रभावित क्षेत्र में दरार वाले मकानों को ध्वस्त करने की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्र में दरार वाले मकानों को तब तक ध्वस्त न कराया जाय, जब तक अपरिहार्य न हो। मुख्यमंत्री जोशीमठ प्रभावित क्षेत्र की सभी व्यवस्थाओं की अधिकारियों से नियमित रिपोर्ट ले रहे हैं। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि जोशीमठ क्षेत्र में प्रभावित परिवारों से बातचीत कर उनकी हर समस्याओं का शीघ्रता से निदान किया जाय। सुरक्षा की दृष्टि से जिन परिवारों को अन्यत्र स्थानों पर शिफ्ट कराया जा रहा है उनको वहां सभी बेहतर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाय।