भर्ती घोटाला : UKSSSC के पूर्व अध्यक्ष, सचिव व परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ दाखिल होगी चार्जशीट
देहरादून। वीपीडीओ भर्ती घोटाले में उत्तराखंड एसटीएफ को UKSSSC के तत्कालीन अध्यक्ष, सचिव और परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ शासन से चार्जशीट दाखिल करने की अनुमति मिल गई है। साल 2016 में हुए भर्ती घोटाले मामले में UKSSSC के पूर्व अध्यक्ष रघुवीर सिंह रावत के अलावा मनोहर सिंह कन्याल और राजेन्द्र सिंह पोखरियाल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल जाएगी। मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद आठ अक्तूबर को तीनों की एसटीएफ ने गिरफ्तारी की थी।
जानकारी के अनुसार आरोपित आरबीएस रावत पूर्व पीसीसीएफ भी रहे हैं। इतना ही नहीं वह पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ रावत सरकार में सलाहकार बनाए गए थे। एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल के मुताबिक तीनों आरोपी अधिकारियों के खिलाफ जांच में पर्याप्त सबूत के आधार पर लगभग चार्जशीट का कार्य पूरा हो चुका है। अब ताज़ा स्थिति के अनुसार अभियोजन पक्ष की ओर भेजी गई फाइल में शासन से चार्जशीट दाखिल करने के लिए अनुमति भी मिल गई। ऐसे में संभवत आगामी 3 जनवरी 2023 या तय समयावधि 6 जनवरी 2023 से पहले आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया जाएगा।
STF एसएसपी के मुताबिक UKSSSC की ओर से कराए गए 2016 VPDO भर्ती घोटाले में विजिलेंस ने साल 2020 में मुकदमा दर्ज किया था. इसके बाद सितंबर 2022 में ये केस STF को ट्रांसफर कर दिया गया था. इसके बाद बीते 8 अक्टूबर 2022 को आयोग के पूर्व अध्यक्ष सचिव और एग्जाम कंट्रोलर को गिरफ्तार किया गया था। प्रारंभिक जांच में तीनों अधिकारियों के खिलाफ साक्ष्य एवं सबूत मिलने के आधार पर ही गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की आठ भर्तियों के भविष्य की रिपोर्ट तैयार हो गई है। विशेषज्ञ समिति के सदस्य, आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया को अपनी रिपोर्ट सौंपी। स्नातक स्तरीय भर्ती, सचिवालय सुरक्षा सेवा संवर्ग सहित कई भर्तियों के पेपर लीक होने के बाद आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने बची हुई आठ भर्तियों के भविष्य को लेकर पूर्व आईएएस एसएस रावत की अध्यक्षता में विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। समिति ने आठों भर्तियों में पेपर लीक की आशंकाओं की पड़ताल की है। आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया को यह रिपोर्ट शुक्रवार को सौंपी। आयोग अध्यक्ष मर्तोलिया ने बताया कि रिपोर्ट मिलने के बाद इन भर्तियों पर आगे कोई निर्णय लिया जाएगा।