मसूरी में शुरू हुआ धामी सरकार का चार दिवसीय चिंतन शिविर
मसूरी। उत्तराखंड को 2025 तक अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए धामी सरकार ने आज मंगलवार से चिंतन शिविर शुरू किया। यह चिंतन शिविर मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी के अकादमी के सरदार पटेल सभागार में हो रहा है। शिविर में सीएम पुष्कर सिंह धामी, नीति आयोग के उपाध्यक्ष, राज्य सरकार के सचिव, विभागाध्यक्ष सहित तमाम उच्च अधिकारियों ने शिरकत कर रहे हैं। राज्य के विकास का रोडमैप तैयार करने के लिए सरकार का यह पहला चिंतन शिविर है।
इस मौके पर धामी ने तमाम नौकरशाहों और अफसरों को टिप्स देते हुए कहा कि चिंतन शिविर से जो अमृत निकलेगा उससे हमारा उत्तराखंड जरूर आगे बढ़ेगा। साथ ही सभी को चिंतन के साथ चिंता भी करनी होगी कि उत्तराखंड हमारा श्रेष्ठ राज्य बने। 2025 तक उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए सरकार तेजी से काम कर रही है। शिविर में उत्तराखंड के सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर चर्चा की जाएगी। राज्य पांच से दस सालों में आगे बढ़े, इसका रोडमैप तैयार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि किस प्रकार राज्य की अर्थव्यवस्था आगे बढ़े और लोगों का जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए तेजी से सरकार काम कर रही। हमारे मंत्रियों और अधिकारियों का जगह-जगह प्रवास हो, दूर दराज के इलाकों में सभी लोग प्रवास कर लोगों की समस्याओं का समाधान हो।
पुष्कर ने कहा कि पुराने समय में विकास का मॉडल लखनऊ में बनकर तैयार होता था और वहीं से योजनाएं बनती थी। अब केवल देहरादून में रहकर योजनाएं नहीं बने बल्कि सीमावर्ती क्षेत्र में बने और इसके लिए सबकी जवाबदेही तय हो। मूल्यांकन इस बात पर हो कि कितने रिजल्ट निकले हैं, किसने परफॉर्म किया, कितना अच्छा कार्य किया और किसने आउटपुट दिया।
आज मंगलवार को पहले दिन राज्य की आर्थिकी और मानव विकास संकेतकों पर प्रस्तुतिकरण के साथ ही नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी और अकादमी के निदेशक का भी व्याख्यान हुआ। प्रमुख सचिव आवास आनंद वर्धन, नीति आयोग के सलाहकार डॉ. कुंदन कुमार शहरीकरण पर वक्तव्य दिया। प्रमुख सचिव लोनिवि आरके सुधांशु का व्याख्यान पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण में तकनीक के बदलाव पर रहा।